न देश पे रोना , न हालात पे रोना ,
न जुल्म पे रोना , न आघात पे रोना ।
माँ ने कहा बेटे से , इतना ही भला कर ,
हौसलों के साथ बस , ताकत लगा के लड़ ।
कुछ भी बनना मगर, नेता नही होना ,
रोना अगर आये तो , नेताओं पे रोना ।
न जुल्म पे रोना , न आघात पे रोना ।
माँ ने कहा बेटे से , इतना ही भला कर ,
हौसलों के साथ बस , ताकत लगा के लड़ ।
कुछ भी बनना मगर, नेता नही होना ,
रोना अगर आये तो , नेताओं पे रोना ।
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