देखकर हम इश्क की , इतनी रिवायत दंग हैं ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।
इक तरफ है दिल मेरा , इक तरफ दिलबर मेरा ,
किसको मैं दुश्मन कहूँ , किससे कहो मेरी जंग है ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।
दर्द से जब आशिकी है , परहेज हम किससे करें ,
अपनी ही आदत से यारों , अपना ही दिल तंग है ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।
हँसते -हँसते रो दिए, कभी रोते -रोते हंस दिए ,
साथ है , सारा जमाना , हम न खुद के संग है ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।
बीच दोराहें खड़े हैं , जाएँ इधर की जाएँ उधर ,
एक रस्ता खुलता नही है , एक रस्ता बंद है ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।
इक तरफ है दिल मेरा , इक तरफ दिलबर मेरा ,
किसको मैं दुश्मन कहूँ , किससे कहो मेरी जंग है ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।
दर्द से जब आशिकी है , परहेज हम किससे करें ,
अपनी ही आदत से यारों , अपना ही दिल तंग है ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।
हँसते -हँसते रो दिए, कभी रोते -रोते हंस दिए ,
साथ है , सारा जमाना , हम न खुद के संग है ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।
बीच दोराहें खड़े हैं , जाएँ इधर की जाएँ उधर ,
एक रस्ता खुलता नही है , एक रस्ता बंद है ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।
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