जब कभी दर्द में तुझे चैन न आता होगा ।
तेरा गम कोई जब समझ नही पाता होगा ।
रखके हाथ अपने दिल पे तू सोया होगा ,
दोस्ती चीज क्या है ,याद तो आता होगा ।
अपने हालात पे तुझको तरस आती होगी ,
अपना गम मुस्कुराहटों में छुपाता होगा ।
जब न हमदर्द कोई दुनियां में मिला होगा ,
गैरों को दोस्त-दोस्त कहके बुलाता होगा ।
तेरा गम कोई जब समझ नही पाता होगा ।
रखके हाथ अपने दिल पे तू सोया होगा ,
दोस्ती चीज क्या है ,याद तो आता होगा ।
अपने हालात पे तुझको तरस आती होगी ,
अपना गम मुस्कुराहटों में छुपाता होगा ।
जब न हमदर्द कोई दुनियां में मिला होगा ,
गैरों को दोस्त-दोस्त कहके बुलाता होगा ।
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