चलती है हवा सर्द , खिड़की खोल मत देना ।
अपने जज्बात फजाओं से जाके, बोल मत देना ।
पहले से ही बेदर्द सी , बहती हैं हवाएं ,
इनमें कहीं तुम अपना भी गम घोल मत देना ।
अपने जज्बात फजाओं से जाके, बोल मत देना ।
पहले से ही बेदर्द सी , बहती हैं हवाएं ,
इनमें कहीं तुम अपना भी गम घोल मत देना ।
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