इतनी जद्दोजहद के बाद भी , प्यार न गया ,
वो आके चले गये , इन्तजार न गया ।
उनकी चाह ने , यादों का मौसम जवां रखा ,
उजड़े बहुत अरमां मगर , बहार न गया ।
हर कदम पे , टूटते चले गये कसम ,
पर दिल का वफाओं से , इख़्तियार न गया ।
वो तब तलक , प्यार जताते रहे दिल को ,
जब तलक दिल , अपनी वफा हार न गया ।
वो ऐसे गये , लौट के वापस नही आये ,
पर दिल से उनका प्यार ,एक बार न गया ।
वो आके चले गये , इन्तजार न गया ।
उनकी चाह ने , यादों का मौसम जवां रखा ,
उजड़े बहुत अरमां मगर , बहार न गया ।
हर कदम पे , टूटते चले गये कसम ,
पर दिल का वफाओं से , इख़्तियार न गया ।
वो तब तलक , प्यार जताते रहे दिल को ,
जब तलक दिल , अपनी वफा हार न गया ।
वो ऐसे गये , लौट के वापस नही आये ,
पर दिल से उनका प्यार ,एक बार न गया ।
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