1
ठहरे जहाँ रात भर तू मुसाफिर ,
ये दिल है , तेरा बसेरा नही है ।
तुझे भी खबर है, मुझे भी पता है ,
मैं तेरी नहीं हूँ, तू मेरा नही है ।
2
रिवाजे - इश्क से अंजान , वो अभी जानते नहीं ,
की जिसपे प्यार आये वो कली मसला नही करते ।
ठहरे जहाँ रात भर तू मुसाफिर ,
ये दिल है , तेरा बसेरा नही है ।
तुझे भी खबर है, मुझे भी पता है ,
मैं तेरी नहीं हूँ, तू मेरा नही है ।
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रिवाजे - इश्क से अंजान , वो अभी जानते नहीं ,
की जिसपे प्यार आये वो कली मसला नही करते ।
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