सारा जीवन इक तरफ, और इश्क के वो चार दिन ,
याद रखा बस यही , भूलें सब बेकार दिन ।
उस तरफ दुस्वारियां , मक्कारियां ,चालाकियां ,
इस तरफ नादानी में , डूबे हुए खुद्दार दिन ।
जिन्दगी परवान पर , रात भर जगती नजर ,
प्यार में डूबे हुए , मदहोश से बीमार दिन ।
शोखियाँ वो हुस्न की , इतराके चलना राह में ,
डालता वो इश्क पे , प्यार का खुमार दिन ।
वो हंसी सपनों की दुनियां ,दिल की वो दीवानगी ,
दिल लगाके कर लिए , खुद के ही दुस्वार दिन।
महफिलों से भागना , तन्हाइयों में जागना ,
यादों में गुम हुए वो , बेसबब लाचार दिन ।
इतनी सी दौलत कमाई , जिन्दगी में दोस्तों ,
छोड़ दी सारी दुनियां , रख लिए बस चार दिन ।
याद रखा बस यही , भूलें सब बेकार दिन ।
उस तरफ दुस्वारियां , मक्कारियां ,चालाकियां ,
इस तरफ नादानी में , डूबे हुए खुद्दार दिन ।
जिन्दगी परवान पर , रात भर जगती नजर ,
प्यार में डूबे हुए , मदहोश से बीमार दिन ।
शोखियाँ वो हुस्न की , इतराके चलना राह में ,
डालता वो इश्क पे , प्यार का खुमार दिन ।
वो हंसी सपनों की दुनियां ,दिल की वो दीवानगी ,
दिल लगाके कर लिए , खुद के ही दुस्वार दिन।
महफिलों से भागना , तन्हाइयों में जागना ,
यादों में गुम हुए वो , बेसबब लाचार दिन ।
इतनी सी दौलत कमाई , जिन्दगी में दोस्तों ,
छोड़ दी सारी दुनियां , रख लिए बस चार दिन ।
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