न जाने कौन सी बात है उस शख्स में यारों ,
नफरत आ तो जाती है नफरत हो नही पाती ।
दिल कई बार कहता है उससे निभ न पायेगी ,
बगावत आ तो जाती है बगावत हो नही पाती ।
कभी नाराज होकर जब वो मेरा दिल दुखाता है ।
शिकायत आ तो जाती है शिकायत हो नही पाती ।
जी करता है उसके साथ मै जी लूँ फिर बचपन ,
ये चाहत आ तो जाती है ये चाहत हो नही पाती ।
दिल कहता है उससे मांग लूँ मै उसके सारे गम ,
ये हसरत आ तो जाती है ये हसरत हो नही पाती ।
बड़ी मासूमियत से जब वो मेरे पास आता है ,
मुहब्बत आ तो जाती है मुहब्बत हो नही पाती ।
नफरत आ तो जाती है नफरत हो नही पाती ।
दिल कई बार कहता है उससे निभ न पायेगी ,
बगावत आ तो जाती है बगावत हो नही पाती ।
कभी नाराज होकर जब वो मेरा दिल दुखाता है ।
शिकायत आ तो जाती है शिकायत हो नही पाती ।
जी करता है उसके साथ मै जी लूँ फिर बचपन ,
ये चाहत आ तो जाती है ये चाहत हो नही पाती ।
दिल कहता है उससे मांग लूँ मै उसके सारे गम ,
ये हसरत आ तो जाती है ये हसरत हो नही पाती ।
बड़ी मासूमियत से जब वो मेरे पास आता है ,
मुहब्बत आ तो जाती है मुहब्बत हो नही पाती ।
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