हमारी जिन्दगी है एक कहानी की तरह ,
हवा हूँ जिसमें मैं और तू पानी की तरह ,
मेरी रुखों से तू दामन तो यूं छुड़ा के न जा ।
मै आइना हूँ , मुझसे नजर चुडा के न जा ।
मैं वो खुशबू हूँ जो,जरूरी है जिन्दगी के लिए ,
मै बनाई गई हूँ , दुनिया की ख़ुशी के लिए ,
महकता फूल हूँ , कांटा मुझे बना के न जा ।
मै आइना हूँ , मुझसे नजर चुडा के न जा ।
बहुत कोशिश है तेरी , खुद को छुपाने की मगर ,
कहाँ जायेगा भला , खुद से चुरा के तू नजर ,
मै तो तस्वीर हूँ तेरी , मुझे मिटा के न जा ।
मै आइना हूँ , मुझसे नजर चुडा के न जा ।
तू जर्रा नही , तू खुद में एक दरिया है ,
गमें - निजात का , तू भी एक जरिया है ,
अपनी पहचान को नादान यूं मिटा के न जा ।
मै आइना हूँ , मुझसे नजर चुडा के न जा ।
तुझे मालूम है , तेरी जिन्दगी का सबब ,
मुझमे देख अपना अक्स, और जाग जा अब ,
मै तेरी जीत हूँ , मुझको यूं हरा के न जा ।
मै आइना हूँ , मुझसे नजर चुडा के न जा ।
हवा हूँ जिसमें मैं और तू पानी की तरह ,
मेरी रुखों से तू दामन तो यूं छुड़ा के न जा ।
मै आइना हूँ , मुझसे नजर चुडा के न जा ।
मैं वो खुशबू हूँ जो,जरूरी है जिन्दगी के लिए ,
मै बनाई गई हूँ , दुनिया की ख़ुशी के लिए ,
महकता फूल हूँ , कांटा मुझे बना के न जा ।
मै आइना हूँ , मुझसे नजर चुडा के न जा ।
बहुत कोशिश है तेरी , खुद को छुपाने की मगर ,
कहाँ जायेगा भला , खुद से चुरा के तू नजर ,
मै तो तस्वीर हूँ तेरी , मुझे मिटा के न जा ।
मै आइना हूँ , मुझसे नजर चुडा के न जा ।
तू जर्रा नही , तू खुद में एक दरिया है ,
गमें - निजात का , तू भी एक जरिया है ,
अपनी पहचान को नादान यूं मिटा के न जा ।
मै आइना हूँ , मुझसे नजर चुडा के न जा ।
तुझे मालूम है , तेरी जिन्दगी का सबब ,
मुझमे देख अपना अक्स, और जाग जा अब ,
मै तेरी जीत हूँ , मुझको यूं हरा के न जा ।
मै आइना हूँ , मुझसे नजर चुडा के न जा ।
No comments:
Post a Comment