कभी इकबार जीवन में , मुहब्बत सबको होती है ,
हार के जीत जाये , ऐसी चाहत सबको होती है ।
इक तू ही नही हमदम , यहाँ तक़दीर का मारा ,
यहाँ तो अपनी किस्मत से शिकायत सबको होती है ।
हार के जीत जाये , ऐसी चाहत सबको होती है ।
इक तू ही नही हमदम , यहाँ तक़दीर का मारा ,
यहाँ तो अपनी किस्मत से शिकायत सबको होती है ।
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