तू भी उड़े उन्मुक्त तुझे मै ,
अरमानों का ऐसा पर दूँ ।
अपने स्नेहिल एहसासों से ,
मै तेरा मन पावन कर दूँ ।
अगर यकीं है तुमको मुझपे ,
और जरा सा संयम रखलो ।
बीन तो लूँ मै पहले खुशियाँ ,
फिर तेरे दामन में भर दूँ ।
अरमानों का ऐसा पर दूँ ।
अपने स्नेहिल एहसासों से ,
मै तेरा मन पावन कर दूँ ।
अगर यकीं है तुमको मुझपे ,
और जरा सा संयम रखलो ।
बीन तो लूँ मै पहले खुशियाँ ,
फिर तेरे दामन में भर दूँ ।
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