झूठी ख़ुशी से अच्छा है , उदास ही रहें ।
क्यूँ बेवजह ही हम किसी की आस में रहें ।
तुम आके चले जाओ , इससे भला है ये ,
ना ही मिलो , ना दिल तेरी तलाश में रहे ।
क्यूँ बेवजह ही हम किसी की आस में रहें ।
तुम आके चले जाओ , इससे भला है ये ,
ना ही मिलो , ना दिल तेरी तलाश में रहे ।
No comments:
Post a Comment