वो मार भी डालें , तो अपनी अदा कहें ।
हम जान भी दे दें , तो भी बेवफा रहें ।
जैसे इश्क ना हुआ कोई गुनाह हो गया ,
इक इश्के खता की कहो कितनी सजा सहें ।
हम जान भी दे दें , तो भी बेवफा रहें ।
जैसे इश्क ना हुआ कोई गुनाह हो गया ,
इक इश्के खता की कहो कितनी सजा सहें ।
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