प्यार नफरत में बदलोगे तो मुश्किल होगी ,
नफरत प्यार में बदलो तो कोई बात बने ।
बिना चले ही सम्भलने का हुनर क्या कीजे ,
गिर जाओ फिर सम्भलो तो कोई बात बने ।
अपना ही दर्द बस रोया किया हर कोई यहाँ ,
दिल पे गम और का लेलो तो कोई बात बने ।
किसी के दिल के टूटने का दर्द ना समझे ,
कभी अपने आप से खेलो तो कोई बात बने ।
नफरत प्यार में बदलो तो कोई बात बने ।
बिना चले ही सम्भलने का हुनर क्या कीजे ,
गिर जाओ फिर सम्भलो तो कोई बात बने ।
अपना ही दर्द बस रोया किया हर कोई यहाँ ,
दिल पे गम और का लेलो तो कोई बात बने ।
किसी के दिल के टूटने का दर्द ना समझे ,
कभी अपने आप से खेलो तो कोई बात बने ।
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