ये तुमने क्या किया करूँ विरोध या धन्यवाद ,
लाखों छोर गए अपने सा , तुम अपने जाने के बाद ,
सजा मिली तुम्हे प्यार की , दे दी तुमने हँस के जान,
अमर हुए ज़माने में तुम , करके ऐसा बलिदान ,
सिखा गए तुम सबको , प्यार का हक़ करना अदा ,
बना दिया जग ने तुम्हे , अपना रहबर अपना खुदा ,
पर बदलते ज़माने ने , भुला दिया सब ज्ञान संत ,
फूहड़ता की आर में , सच्चे प्यार का हुआ अंत ,
कैद हुई तुम्हारी शख्सियत , कार्ड में और फूल में ,
खोए सब सन्देश तुम्हारे , पड़ी ये दुनिया भूल में ,
वेलेंटाइन कुछ ऐसा करो , सबके दिल में प्यार हो,
फूंको ऐसा मंत्र , प्यार पे , मिटने को तैयार हो,
करो स्थापित प्यार के, मूल्य जो हमने खो दिए,
आओ हे वेलेंटाइन , प्यार के नए रंग लिए ||
No comments:
Post a Comment