समन्दर सोचता है तू , बहुत गहराई है तुझमे ,
की जब देखेगा मेरा दिल भरम तेरा टूट जायेगा |
तेरी आदत जो है दुनिया के आगे शोर करने की ,
की जब देखेगा मेरा दिल भरम तेरा टूट जायेगा |
तेरी आदत जो है दुनिया के आगे शोर करने की ,
तू मुझसे सीख ले सहना , ये आदत छुट जायेगा |
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