इनकार ही इनकार वो करते रहें हमसे ,
इकरार पे इकरार हम करते रहें उनसे |
मालूम था वो फिर भी , रजामंद न होंगे ,
इल्तजा भी बार बार हम करते रहें उनसे |
वो बेवफा हो जाये या की खफा हो जाये ,
जो भी मिले स्वीकार हम करते रहे उनसे |
इकरार पे इकरार हम करते रहें उनसे |
मालूम था वो फिर भी , रजामंद न होंगे ,
इल्तजा भी बार बार हम करते रहें उनसे |
वो बेवफा हो जाये या की खफा हो जाये ,
जो भी मिले स्वीकार हम करते रहे उनसे |
हाँ - ना की कसमकस में वक्त बीतते गये ,
वो ना मिले पर प्यार हम करते रहे उनसे ।
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