बदलते रुत का नही डर है हमको ,
बदलते लोगो से , डर है ज्यादा |
न जाने कब कर दे दिल के टुकड़े ,
न जाने कब तोड़ के चल दे वादा |
मैंने कहा दिल से मान ले अब ,
धोखा भरा रूप है सीधा - साधा |
आदत पड़ी दिल से खेलने की ,
वफाओं की क्या कदर करेंगे |
जब चाहे तब तोड़ के चल पड़ेंगे ,
इनके लिए , इश्क एक धागा |
मगर ये नादान दिल न माना ,
इसे भला कोई समझाये कैसे |
है इसे अब भी भरोसा खुद पे ,
ना छोड़ेगा , प्यार का इरादा |
बदलते लोगो से , डर है ज्यादा |
न जाने कब कर दे दिल के टुकड़े ,
न जाने कब तोड़ के चल दे वादा |
मैंने कहा दिल से मान ले अब ,
यहाँ हैं चेहरे पे , सबके चेहरे |
असली हकीकत , छुपी हुई है ,धोखा भरा रूप है सीधा - साधा |
आदत पड़ी दिल से खेलने की ,
वफाओं की क्या कदर करेंगे |
जब चाहे तब तोड़ के चल पड़ेंगे ,
इनके लिए , इश्क एक धागा |
मगर ये नादान दिल न माना ,
इसे भला कोई समझाये कैसे |
है इसे अब भी भरोसा खुद पे ,
ना छोड़ेगा , प्यार का इरादा |
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