मेरी रात लम्बी हो गई दिल जल रहा बे - इन्तहां ,
ऐ दिल कहाँ से लाऊं मैं बतला तेरे गम की दवा ।
सबके लिए जो सुकून है मेरे लिए वो बद्दुआ ,
हम होश में तो रहे नही तुम ही कहो हमे क्या हुआ ।
ऐ दिल कहाँ से लाऊं मैं बतला तेरे गम की दवा ।
सबके लिए जो सुकून है मेरे लिए वो बद्दुआ ,
हम होश में तो रहे नही तुम ही कहो हमे क्या हुआ ।
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