मालूम था हमको की , सपने टूट जाते है ,
जान के भी क्यूँ खता ,हम यार कर गये |
दिल की ही सुना किये , दुनिया की न सुनी ,
बेसबर इस दिल पे , ऐतवार कर गये |
जिन्दगी हर इक कदम , छलती रही हमे ,
और हम हंसके सितम , स्वीकार कर गये |
अब पता चला जब वो , न लौट के आये ,
हम बेवफा सनम का , इंतजार कर गये |
जब तलक वो पास थे, हमको न थी खबर ,
किस कदर वो दिल को , बेकरार कर गये |
जब तलक जज्बात वो , कहते रहे हमसे ,
हालात थे ऐसे की हम , इनकार कर गये |
इस प्यार ने जो हाल , दिल का मेरे किया ,
आखिर में हार के हम उनसे, प्यार कर गये ।
जान के भी क्यूँ खता ,हम यार कर गये |
दिल की ही सुना किये , दुनिया की न सुनी ,
बेसबर इस दिल पे , ऐतवार कर गये |
जिन्दगी हर इक कदम , छलती रही हमे ,
और हम हंसके सितम , स्वीकार कर गये |
अब पता चला जब वो , न लौट के आये ,
हम बेवफा सनम का , इंतजार कर गये |
जब तलक वो पास थे, हमको न थी खबर ,
किस कदर वो दिल को , बेकरार कर गये |
जब तलक जज्बात वो , कहते रहे हमसे ,
हालात थे ऐसे की हम , इनकार कर गये |
इस प्यार ने जो हाल , दिल का मेरे किया ,
आखिर में हार के हम उनसे, प्यार कर गये ।
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