मत पूछो इस इश्क ने दिन कैसे दिखाए ,
माँगा नही उसने हम फिर भी जान दे आये ।
इतने पे भी सनम को ऐतवार न आया ,
दीदार को भी जालिम जनाजे में न आये ।
माँगा नही उसने हम फिर भी जान दे आये ।
इतने पे भी सनम को ऐतवार न आया ,
दीदार को भी जालिम जनाजे में न आये ।
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