खाई है जब कसम तुने जो निबाह करके जा ,
गैरों की तरह मुझसे न निगाह करके जा ।
छोडके न जा सनम अधूरी ख्वाहिशें ,
तुझको कसम है पूरी अपनी चाह करके जा ।
पूछेगा खुदा तुझसे और मांगेगा गवाही ,
नाजुक से दिल पे ऐसे न गुनाह करके जा ।
माफ कर न पायेगा ता उम्र दिल तुझे ,
मेरी दिल का जहाँ ऐसे न तबाह करके जा ।
गैरों की तरह मुझसे न निगाह करके जा ।
छोडके न जा सनम अधूरी ख्वाहिशें ,
तुझको कसम है पूरी अपनी चाह करके जा ।
पूछेगा खुदा तुझसे और मांगेगा गवाही ,
नाजुक से दिल पे ऐसे न गुनाह करके जा ।
माफ कर न पायेगा ता उम्र दिल तुझे ,
मेरी दिल का जहाँ ऐसे न तबाह करके जा ।
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