मेरे दोस्त का मुझसे ये लड़ना तो देखिये ,
गुस्से में भी प्यार ये करना तो देखिये |
सच बात पे भी दिल में डरते रहे हम तो ,
और करके खता उनका मुकरना तो देखिये |
जाने को भी कहते हैं और जाने भी न देंगे ,
आँखों में गम जुदाई का भरना तो देखिये |
मालूम था दो पल का गुस्सा था ये उनका ,
अब दोस्ती की खातिर ये मरना तो देखिये |
गुस्से में भी प्यार ये करना तो देखिये |
सच बात पे भी दिल में डरते रहे हम तो ,
और करके खता उनका मुकरना तो देखिये |
जाने को भी कहते हैं और जाने भी न देंगे ,
आँखों में गम जुदाई का भरना तो देखिये |
मालूम था दो पल का गुस्सा था ये उनका ,
अब दोस्ती की खातिर ये मरना तो देखिये |
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