मेरी कलम पे दाद हो रही है किसी की ,
मेहनत मेरी तारीफ हो रही है किसी की ,
अच्छे भले इंसान क्या से क्या हुए देखो ,
अपना बता रहे हैं मैकशी है किसी की ,
रहने दिया करो मेरे कलाम को मेरा ,
जिसकी हो चीज अच्छी भी लगती है उसी की ।
मेहनत मेरी तारीफ हो रही है किसी की ,
अच्छे भले इंसान क्या से क्या हुए देखो ,
अपना बता रहे हैं मैकशी है किसी की ,
रहने दिया करो मेरे कलाम को मेरा ,
जिसकी हो चीज अच्छी भी लगती है उसी की ।
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