मैं तेरे इश्क में दिल को फ़ना करूँ न करूँ ।
मुझे बता दे मैं इश्के-गुनाह करूँ न करूँ ।
मैं दिल में ही दफन कर दूँ ये अरमां अपने ,
बड़ी उलझन में हूँ चाहत बयाँ करूँ न करूँ ।
मुझे पता तो हो अब तेरी आरजू क्या है ,
की तेरी जुस्तजू में मैं दुआ करूँ न करूँ ।
तू मेरा होके किसी और का होगा न कभी ,
कोई वादा तो दे खुद को तेरा करूँ न करूँ ।
जी करता है तुझे पूजूं तेरी इबादत कर लूँ ,
दे इजाजत मुझे तुझको खुदा करूँ न करूँ ।
मुझे बता दे मैं इश्के-गुनाह करूँ न करूँ ।
मैं दिल में ही दफन कर दूँ ये अरमां अपने ,
बड़ी उलझन में हूँ चाहत बयाँ करूँ न करूँ ।
मुझे पता तो हो अब तेरी आरजू क्या है ,
की तेरी जुस्तजू में मैं दुआ करूँ न करूँ ।
तू मेरा होके किसी और का होगा न कभी ,
कोई वादा तो दे खुद को तेरा करूँ न करूँ ।
जी करता है तुझे पूजूं तेरी इबादत कर लूँ ,
दे इजाजत मुझे तुझको खुदा करूँ न करूँ ।
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