तेरे जाने से पहले जाने का सबब पूछते हैं ।
इक हम ही नही ये बात तो सब पूछते हैं ।
वजह कुछ तो हुई होगी तेरे यूँ जाने की ,
नजर क्यूँ फेर लेते हो हम ये जब पूछते हैं ।
तेरी खामोशियाँ आँखों से दिल तक चुभती है ,
दिल को होता न जब करार की तब पूछते हैं ।
न कुछ बोलोगे सब समझेंगे बेवफा तुमको ,
रहेंगे कबतलक खामोश ये लब पूछते हैं ।
No comments:
Post a Comment