सागर में फंसा नाव किनारा ढूंढता है ।
अँधेरा फिर कोई टूटा सितारा ढूंढता है ।
कहो जिस ओर हम उस ओर चल दे साथ तेरे ,
नजर नजरों का तेरी इक इशारा ढूंढता है ।
बरसती हैं ये आँखें बारिशों से भी ज्यादा ,
गले लगने को बांहों का सहारा ढूंढता है ।
भरम कुछ इस तरह टुटा है दिल से दोस्तों का ,
की दिल अब दुश्मनों में दोस्त प्यारा ढूंढता है ।
उसने देखते मुझको गले से यूँ लगाया ,
की जैसे जिंदगी मुझमें दुबारा ढूंढता है ।
मैं उसको ढूंढती हूँ और वो मुझको ढूंढता है ,
देखें प्यार कब किस्मत हमारा ढूंढता है । ।
अँधेरा फिर कोई टूटा सितारा ढूंढता है ।
कहो जिस ओर हम उस ओर चल दे साथ तेरे ,
नजर नजरों का तेरी इक इशारा ढूंढता है ।
बरसती हैं ये आँखें बारिशों से भी ज्यादा ,
गले लगने को बांहों का सहारा ढूंढता है ।
भरम कुछ इस तरह टुटा है दिल से दोस्तों का ,
की दिल अब दुश्मनों में दोस्त प्यारा ढूंढता है ।
उसने देखते मुझको गले से यूँ लगाया ,
की जैसे जिंदगी मुझमें दुबारा ढूंढता है ।
मैं उसको ढूंढती हूँ और वो मुझको ढूंढता है ,
देखें प्यार कब किस्मत हमारा ढूंढता है । ।