एहसास तेरा दिल से मेरे ,
जाता नही मैं क्या करूं ।
दिल की मजबूरी का शिकवा ,
यारा तुमसे क्या करूं ।
कौन सी गुत्थी है दिल की ,
हम समझ पाते नही ,
गैर तू समझे है मुझको ,
मैं तुझे अपना कहूँ ।
जाने तुम समझोगे कब ,
हाले दिल ऐ हमनवा ,
ख़ामोशी समझे न मेरी ,
शोर दिल का क्या कहूँ ।
जाता नही मैं क्या करूं ।
दिल की मजबूरी का शिकवा ,
यारा तुमसे क्या करूं ।
कौन सी गुत्थी है दिल की ,
हम समझ पाते नही ,
गैर तू समझे है मुझको ,
मैं तुझे अपना कहूँ ।
जाने तुम समझोगे कब ,
हाले दिल ऐ हमनवा ,
ख़ामोशी समझे न मेरी ,
शोर दिल का क्या कहूँ ।
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