अगर हक जताऊ जताने न देंगे ।
जो मैं दूर जाऊ तो जाने न देंगे ।
आती नही दोस्ती भी निभानी ,
निभाऊ जो मैं तो निभाने न देंगे ।
मेरे दोस्तों की तो खूबी यही है ,
कभी दोस्ती को भुलाने न देंगे ।
ख़ुशी में कभी साथ दे या नही दे ,
कभी तन्हा आंसू बहाने न देंगे ।
आदत मेरी रूठ जाने की ज्यादा ,
मगर रूठने के बहाने न देंगे ।
अगर रूठ जाऊ कभी भूल से मैं ,
बहुत देर मुझको सताने न देंगे ।
यही मांगते हैं दुआ हम खुदा से ,
ये दिन दूर दिल से अब जाने न देंगे ।
कैसे जियेंगे भला दोस्तों बिन ,
अगर दोस्ती के दीवाने न देंगे ।
जो मैं दूर जाऊ तो जाने न देंगे ।
आती नही दोस्ती भी निभानी ,
निभाऊ जो मैं तो निभाने न देंगे ।
मेरे दोस्तों की तो खूबी यही है ,
कभी दोस्ती को भुलाने न देंगे ।
ख़ुशी में कभी साथ दे या नही दे ,
कभी तन्हा आंसू बहाने न देंगे ।
आदत मेरी रूठ जाने की ज्यादा ,
मगर रूठने के बहाने न देंगे ।
अगर रूठ जाऊ कभी भूल से मैं ,
बहुत देर मुझको सताने न देंगे ।
यही मांगते हैं दुआ हम खुदा से ,
ये दिन दूर दिल से अब जाने न देंगे ।
कैसे जियेंगे भला दोस्तों बिन ,
अगर दोस्ती के दीवाने न देंगे ।
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