कह न सकी पर मुझसे बिछडके , पीड उसे होती तो होगी ।
याद में मेरी सुबक - सुबक के , हीर मेरी रोती तो होगी ।
मेरी एक झलक को पहरों , तकती तो होगी खिड़की से ,
पास मुझे न पाकर वो भी , अपना चैन खोती तो होगी ।
रोज रात आँखों में उसके , मेरे सपने आते होंगे ,
मेरे एहसासों में खोकर , करवट ले सोती तो होगी ।
समझ गई होगी अब तो वो , प्यार का मतलब क्या होता है ,
नाम वफा के आते ही वो , नाम मेरा लेती तो होगी ।
मेरे बिन उसको भी जीवन , खारा सागर लगता होगा ,
मन ही मन में मेरा दिलासा , दिल को फिर देती तो होगी ।
दुनिया को तो पता यही है , की वो भी बेवफा हुई है ,
दाग लगा है जो दामन पर , सिसक - सिसक धोती तो होगी ।
याद में मेरी सुबक - सुबक के , हीर मेरी रोती तो होगी ।
मेरी एक झलक को पहरों , तकती तो होगी खिड़की से ,
पास मुझे न पाकर वो भी , अपना चैन खोती तो होगी ।
रोज रात आँखों में उसके , मेरे सपने आते होंगे ,
मेरे एहसासों में खोकर , करवट ले सोती तो होगी ।
समझ गई होगी अब तो वो , प्यार का मतलब क्या होता है ,
नाम वफा के आते ही वो , नाम मेरा लेती तो होगी ।
मेरे बिन उसको भी जीवन , खारा सागर लगता होगा ,
मन ही मन में मेरा दिलासा , दिल को फिर देती तो होगी ।
दुनिया को तो पता यही है , की वो भी बेवफा हुई है ,
दाग लगा है जो दामन पर , सिसक - सिसक धोती तो होगी ।
No comments:
Post a Comment