उसके हालात पे रोना , मुझे अच्छा नही लगता ।
मगर चुपचाप भी रहना , मुझे अच्छा नही लगता ।
वो कहता भी है मुझको छोड़ दो , अब हाल पे मेरे ,
मगर यूँ बेखबर होना , मुझे अच्छा नही लगता ।
मैं कुछ समझा नही पाती , वो कुछ जता नही पाता ,
की उसका कुछ भी न कहना , मुझे अच्छा नही लगता ।
जिसके पास है गम , वो दवाई क्यूँ नही करतें ,
की यूँ तकदीर पर रहना , मुझे अच्छा नही लगता ।
मुझे मालुम है , वो पार भी आएगा दरिया से ,
उसका मझधार में बहना , मुझे अच्छा नही लगता ।
दिल की बात मैं , ये सोचकर कहती नही उससे ,
की बिना मांगे सलाह देना , मुझे अच्छा नही लगता ।
मगर चुपचाप भी रहना , मुझे अच्छा नही लगता ।
वो कहता भी है मुझको छोड़ दो , अब हाल पे मेरे ,
मगर यूँ बेखबर होना , मुझे अच्छा नही लगता ।
मैं कुछ समझा नही पाती , वो कुछ जता नही पाता ,
की उसका कुछ भी न कहना , मुझे अच्छा नही लगता ।
जिसके पास है गम , वो दवाई क्यूँ नही करतें ,
की यूँ तकदीर पर रहना , मुझे अच्छा नही लगता ।
मुझे मालुम है , वो पार भी आएगा दरिया से ,
उसका मझधार में बहना , मुझे अच्छा नही लगता ।
दिल की बात मैं , ये सोचकर कहती नही उससे ,
की बिना मांगे सलाह देना , मुझे अच्छा नही लगता ।
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