पेड़ों ने फूलों को ,
ऐसे दी हिदायत :-
कलियों को छुपालो ,
यहाँ तूफ़ान का डर है ।
सुना है ,
अब भगवान का ;
नही किसी को डर ,
आज के इन्सान को ,
इन्सान का डर है ।
फूलों पे जोर अपना ,
आजमा लिया उसने ,
आजकल इंसान की ,
कलियों पे नजर है ।
ऐसे दी हिदायत :-
कलियों को छुपालो ,
यहाँ तूफ़ान का डर है ।
सुना है ,
अब भगवान का ;
नही किसी को डर ,
आज के इन्सान को ,
इन्सान का डर है ।
फूलों पे जोर अपना ,
आजमा लिया उसने ,
आजकल इंसान की ,
कलियों पे नजर है ।
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