Wednesday, April 25, 2012

तोहमत

अगर है प्यार जो तोहमत , हमारे नाम कर देना ।
वफा करना खता है तो , हमे बदनाम कर देना ।

नही डरते हैं हम रुसवाई से , दुनिया जमाने की ,
चलो जाओ हमारे किस्से भी , सरेआम कर देना ।

लगा सकते दफा जितने , सभी मुझपे लगा लेना ,
मगर न बेवफाई का  , कभी इल्जाम कर देना ।

अगर मिल जाये वो कहना उन्हें हम याद करते हैं ,
यही है कम उनकी याद में , सुबहो शाम कर देना ।

प्यार के नाम पे जीना , प्यार के नाम पे मरना ,
यूँ करना प्यार , इसके नाम उम्र तमाम कर देना ।

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