इश्क की राहों में , अजीब दास्ताँ देखा ,
दिल के पहलू में , जन्नत भरा जहाँ देखा ।
गये जब देखने खुदा को तो ,महबूब दिखा ,
गये महबूब को जब देखने , खुदा देखा ।
दिल के पहलू में , जन्नत भरा जहाँ देखा ।
गये जब देखने खुदा को तो ,महबूब दिखा ,
गये महबूब को जब देखने , खुदा देखा ।
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