छुपाना जख्म यूं की , जख्म से नासूर हो जाये ।
दबा न दर्द इतना , दर्द से तू चूर हो जाये ।
इम्तहां प्यार में अच्छा है पर इतना भी मत लेना ,
तू जिसके पास जाता हो , उसी से दूर हो जाये ।
मुहब्बत ऐसे कर जैसे , इबादत कर रहा कोई ,
तेरा इश्क दिल की दुनियां में , मशहूर हो जाये ।
कभी न दांव पर अपनी ,कोई खुशियां लगा देना ,
किसे मालूम है की , वक्त कब मगरूर हो जाये ।
कई जन्मों से इसी ताक में , बैठे हैं उस दर पे ,
कभी हम उनके दिल में जा बसे और नूर हो जाये ।
घुमे वक्त का पहिया और किस्मत बदल डाले ,
किसे मालूम है कल,रब को क्या मंजूर हो जाये ।
दबा न दर्द इतना , दर्द से तू चूर हो जाये ।
इम्तहां प्यार में अच्छा है पर इतना भी मत लेना ,
तू जिसके पास जाता हो , उसी से दूर हो जाये ।
मुहब्बत ऐसे कर जैसे , इबादत कर रहा कोई ,
तेरा इश्क दिल की दुनियां में , मशहूर हो जाये ।
कभी न दांव पर अपनी ,कोई खुशियां लगा देना ,
किसे मालूम है की , वक्त कब मगरूर हो जाये ।
कई जन्मों से इसी ताक में , बैठे हैं उस दर पे ,
कभी हम उनके दिल में जा बसे और नूर हो जाये ।
घुमे वक्त का पहिया और किस्मत बदल डाले ,
किसे मालूम है कल,रब को क्या मंजूर हो जाये ।
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