पूछ कभी की हम ,कैसे हैं ।
दिल के अंदर गम कैसे हैं ।
प्यार में तेरे खुश हैं फिर भी ,
आँख हमारे नम कैसे हैं ।
पूछ कभी की हम ,कैसे हैं ।
कितनें सपनों के घर टूटें ,
कितनें अपनें राह में छूटें ,
टूटे फूटें इन किस्सों में ,
दिल ने सहें, सितम कैसे हैं ।
पूछ कभी की हम ,कैसे हैं ।
कितनी बार मरा ये दिल है ,
बात ये बतलाना मुश्किल है ,
मरते-मरते भी इस दिल में ,
फिर मरने का दम कैसे है ।
पूछ कभी की हम ,कैसे हैं ।
पास मेरे जो दो दिल होतें ,
दोनों दिल तुमको ही देते ,
तुम्ही अब बतलाओ तुमसे ,
प्यार मुझे फिर कम कैसे है ।
पूछ कभी की हम ,कैसे हैं ।
मेरे गम मुझको सहने दे ,
तेरे गम तेरे रहने दे ,
तेरा- मेरा बाकि है जब ,
फिर हम कहो सनम कैसे हैं ।
पूछ कभी की हम , कैसे हैं ।