दिल हर बात लफ्जों से , कह नहीं पाता ,
सच तो है की ये दूरियां , सह नहीं पाता ।
मेरी आँखों में पढ़ ले तू बेबसी मेरी ,
छलकता तो है पर दर्द इनसे बह नहीं पाता ।
सच तो है की ये दूरियां , सह नहीं पाता ।
मेरी आँखों में पढ़ ले तू बेबसी मेरी ,
छलकता तो है पर दर्द इनसे बह नहीं पाता ।
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