सोंचा तुम्हे बतादूं दिल पे बोझ बहुत ही भारी है ।
खेल न समझो दोस्त दोस्ती बड़ी सी जिम्मेदारी है ।
बिन बोले भी मैंने तेरे गम इस दिल पर झेलें हैं ,
मेरे दिल में गम उठा है आज तुम्हारी बारी है । ।
खेल न समझो दोस्त दोस्ती बड़ी सी जिम्मेदारी है ।
बिन बोले भी मैंने तेरे गम इस दिल पर झेलें हैं ,
मेरे दिल में गम उठा है आज तुम्हारी बारी है । ।
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