ये दिल है मेरा ना कि पत्थर का घर है ।
चलाये चले जा रहे हो हथौड़े ,
है सीसे का दिल टूट जाने का डर है ।
लगाते थे तुम जो हमे प्यार का लत ,
हम ये न समझे ये मीठा जहर है ।
तुम्हारे लिए बन गये सबसे काफिर ,
तुम ही पूछते हो कि आया किधर है ।
लो तुमने भी औकात अपनी दिखा दी,
थे पहले से ऐसे या कोई असर है ।
चलो शुक्रिया दिल सलामत तो छोड़ा ,
दिल बच गया है कि इतना शुकर है ।
चलाये चले जा रहे हो हथौड़े ,
है सीसे का दिल टूट जाने का डर है ।
लगाते थे तुम जो हमे प्यार का लत ,
हम ये न समझे ये मीठा जहर है ।
तुम्हारे लिए बन गये सबसे काफिर ,
तुम ही पूछते हो कि आया किधर है ।
लो तुमने भी औकात अपनी दिखा दी,
थे पहले से ऐसे या कोई असर है ।
चलो शुक्रिया दिल सलामत तो छोड़ा ,
दिल बच गया है कि इतना शुकर है ।
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