चलो दोस्तों आखिरी जाम पी लो ।
ये आँखों के पैमाने छलके पड़े हैं ,
छलकते हुए आंसू 'मै 'बन गये हैं ,
लो इक जाम फिर दोस्त के नाम पी लो ।
न जाने कि कल हम कहाँ तुम कहाँ हो ,
मिलन हो मय्यसर जुदाई लिखा हो ,
अभी ही अभी है ढली शाम पी लो ।
अभी रौशनी थी थे बैठे मजे से ,
ढली शाम उठके चले मैकदे से ,
लो जाते हुए फिर सरेआम पी लो ।
चलो दोस्तों आखिरी जाम पी लो ।
ये आँखों के पैमाने छलके पड़े हैं ,
छलकते हुए आंसू 'मै 'बन गये हैं ,
लो इक जाम फिर दोस्त के नाम पी लो ।
मिलन हो मय्यसर जुदाई लिखा हो ,
अभी ही अभी है ढली शाम पी लो ।
अभी रौशनी थी थे बैठे मजे से ,
ढली शाम उठके चले मैकदे से ,
लो जाते हुए फिर सरेआम पी लो ।
चलो दोस्तों आखिरी जाम पी लो ।
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