वो इस तरह से प्यार निभाते हैं रोज - रोज ,
दिल में रहके दिल को जलाते हैं रोज - रोज।
कहने को तो कहते हैं ,ऐतवार है फिर भी ,
वो बेवफा समझ के आजमाते हैं रोज - रोज ।
दिल में रहके दिल को जलाते हैं रोज - रोज।
कहने को तो कहते हैं ,ऐतवार है फिर भी ,
वो बेवफा समझ के आजमाते हैं रोज - रोज ।
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