अपने होठो पे सजा मुझको, मैकशी की तरह ,
अपनी धड़कन में बसा ले मुझे, ख़ुशी की तरह ।
यकीन कर वफा पे मेरी , ऐ हमदम मेरे ,
बेवफाई न करेंगे हम , जिन्दगी की तरह|
खुदा से पूछा जो , जीने की वजह तो बता ,
गले लगा के कहा उसने , हमनशी की तरह ।
तलाशता है शुकून , माटी के पुतलों में तू ,
और जीता है जिन्दगी को , बेबसी की तरह |
कभी तलाश अपने दिल में , वजूद मेरा तू ,
देख बसता हूँ तेरे दिल में , दोस्ती की तरह ।
अपनी धड़कन में बसा ले मुझे, ख़ुशी की तरह ।
यकीन कर वफा पे मेरी , ऐ हमदम मेरे ,
बेवफाई न करेंगे हम , जिन्दगी की तरह|
खुदा से पूछा जो , जीने की वजह तो बता ,
गले लगा के कहा उसने , हमनशी की तरह ।
तलाशता है शुकून , माटी के पुतलों में तू ,
और जीता है जिन्दगी को , बेबसी की तरह |
कभी तलाश अपने दिल में , वजूद मेरा तू ,
देख बसता हूँ तेरे दिल में , दोस्ती की तरह ।
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