Friday, May 17, 2013

बदलाव क्यूँ नही आती

बदलाव क्यूँ नही आती ,,बदलाव क्यूँ नही आती ,,

नारे रोज लगते हैं बदलाव ही नही आती ।

अगर कहने से कुछ होता तो क्या कुछ हो गया होता ,

बदलाव कही तो जाती है ,बदलाव की नही जाती ।

न हमने सोंच बदली है न हमने राह बदली है ,,

नसीहत दे तो आते हैं नसीहत ली नही जाती ।

बदलता वक्त का पहिया अपने चाल को हर दिन ,

मगर आदत है की इंसान की बदली नही जाती ।

2 comments:

  1. इंसान को अपनी आदत बदलने में बड़ा कष्ट जो होता है तभी तो वह जल्दी नहीं बदलता लेकिन समय सबको बदल देता है ...बहुत बढ़िया प्रस्तुति ..

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  2. bhut bhut shukriya aapka कविता रावत

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