लम्बा है सफर सोंचकर चलते रहे फिर भी ,
वो हमसफर हमसे कभी सफर में मिलेंगे ।
हो सकता है जमीन पे मिलन न हो लिखा ,
मुमकिन है हम दीवाने फिर अम्बर में मिलेंगे ।
वो हमसफर हमसे कभी सफर में मिलेंगे ।
हो सकता है जमीन पे मिलन न हो लिखा ,
मुमकिन है हम दीवाने फिर अम्बर में मिलेंगे ।
No comments:
Post a Comment