जलता हुशन है आदत है उसको आजमाने की ,
तड़पता इश्क है उम्मीद में दिलबर को पाने की ।
कसम खाई है दोनों ने मगर बस फर्क है इतना ,
इक ने दिल लगाने की तो इक ने दिल जलाने की ।
तड़पता इश्क है उम्मीद में दिलबर को पाने की ।
कसम खाई है दोनों ने मगर बस फर्क है इतना ,
इक ने दिल लगाने की तो इक ने दिल जलाने की ।
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