Wednesday, July 15, 2015

बेजान रिश्ते

बोझ लगता है सफर , रास्ते वीरान लगे ,
बेजान लगते हैं रिश्ते बिना मुहब्बत के ।| 



Bojh Lgta Hai Safar Raste Viran Lge ,
Bejan Lgte Hai Rishte Bina Muhbbat Ke .........








2 comments:

  1. बेहद खूबसूरत सुमन जी ....सच कहा ..बिना किसी तत्वहींन रिश्ते व्यर्थ ही तो हैं ?

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  2. Harash Mahajan ji bhut bhut dhnyawad aapka

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