Thursday, March 2, 2023

अमर प्रीत

उसने जब -जब नफ़रत भेजी मैंने तब-तब प्यार लिखा, 
अमर प्रीत में प्रिय मीत का हर तोहफ़ा स्वीकार लिखा।

प्रीति सुमन 




मेरा सनम ही मेरा ख़ुदा


रूठा रहे गर रूठे जो मुझसे मेरा खुदा,
मेरे लिए तो मेरा सनम ही मेरा खुदा ||
प्रीति सुमन