Friday, October 10, 2014

ये दिल बिमार कौन करे

वफ़ा की उनसे शिकायत ही यार कौन करे ।
सनम है बेवफा जो उनसे प्यार कौन करे ।

वो मुझ से कहता है की मुझपे ऐतवार करो ,
तू ही बता ये खता बार - बार कौन करे ।

चला गया जो वो सरे - राह हमसे कतरा कर  ,
वो आज आ भी गया दिल निसार कौन करे ।

वो आजमा के मुझे बार - बार हार गया ,
वो सोंचता था यही अपनी हार कौन करे ।

ये इश्क आग है जलना नही मुझे हमदम ,
जला - जला के भला दिल पे वार कौन करे ।

हमें न आ रही है रास चाहतों की अदा ,
अजीब रोग है ये दिल बिमार कौन करे । ।







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