Monday, June 9, 2014

मुहब्बत आजमाते हैं

ये इश्क वो रस्ता है जिसपे चलने के बाद ,
लोग जीते जी जीने की चाहत छोड़ देते हैं ।

सुना हमने ये था जाता नही ये रोग जीवन भर ,
जाने लोग अब कैसे मुहब्बत छोड़ देते हैं ।

तुम भी छोड़ दो आना हमारे ख़ाब में हमदम ,
हम भी राह तकने की ये आदत छोड़ देते हैं ।

तुम भी मुस्कुराओ और हम भी मुस्कुराते हैं ,
मुहब्बत आजमाते हैं शिकायत छोड़ देते हैं । ।







2 comments:

  1. सुना हमने ये था जाता नही ये रोग जीवन भर ,
    जाने लोग अब कैसे मुहब्बत छोड़ देते हैं ..
    मुहब्बत को छोड़ना आसान नहीं होता .. लोग बहाने बनाते हैं ... पर यादों से दिल लगाते हैं ...

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  2. ji Digamber Naswa ji .......... aapne shi kha .... log muhbbt nhi chhodte ... sch bolna chhod dete hai,,,, dhnyawad

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