Sunday, September 22, 2013

हाल हिन्दुस्तान का ,

मत पूछिये क्या हाल है हिन्दुस्तान का ,

आसूं तो है आँखों में पर रोया नही जाता ।

इतने जख्म हुए हैं दवा काम न आये ,

इतने लहू बहे हैं की धोया नही जाता ।

रो - रो के भारती पुकारती है बार - बार ,

कपूत भी हो पूत पर खोया नही जाता ।

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